T-23/30 माना ये रात उसने बनाई हुई तो है-नवनीत शर्मा

माना ये रात उसने बनाई हुई तो है पर सुब्ह भी उसी की सजाई हुई तो है सीवन उधड़ न जाए यही ख़ौफ़ है मुझे कुछ ख़ाहिशों की ख़ूब सिलाई हुई तो है जो मुझ में रह रहा है उसे उससे मांगना ? गंगा उलट ये मैंने बहाई हुई तो है कट-कट के आंसुओं में…